Wednesday, December 26, 2018

ISIS कनेक्शन? NIA ने सरगना 'हाफिज' को किया गिरफ्तार

राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने ISIS के मॉड्यूल पर आधारित 'हरकत उल हर्ब ए इस्लाम' संगठन से जुडे यूपी के अमरोहा से पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है. जिनमें सोहेल नामक एक युवक भी शामिल है. सोहेल उर्फ हाफिज को ही इस मॉड्यूल का कथित सरगना बताया जा रहा है. एनआईए से मिली जानकारी के मुताबिक इस संगठन के तमाम लोग सोशल मीडिया के जरिए संपर्क में रहा करते थे.

अमरोहा से गिरफ्तार किए गए सोहेल के पिता ने जानकारी देते हुए बताया कि सुबह के करीब साढ़े 4 बजे थे. तभी अचानक सादा कपड़ों में एक दर्जन से ज्यादा लोग उनके घर में घुस आए और तलाशी लेने की बात करने लगे. हालांकि, उन लोगों ने ये नहीं बताया कि वो कौन थे. सोहेल के पिता के मुताबिक वे सभी लोग करीब 5-6 घंटे तक उनके घर में मौजूद रहे. उन्होंने सघन तलाशी ली. मगर उन्हें वहां से कुछ नहीं मिला.

दरअसल, एनआईए ने ISIS के मॉड्यूल पर आधारित 'हरकत उल हर्ब ए इस्लाम' संगठन का पर्दाफाश किया है. एजेंसी की मानें तो यह संगठन दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में सक्रिय था. यूपी एटीएस और एनआईए टीम ने इस मामले में एक दर्जन से ज्यादा जगहों पर छापेमारी की है. जिसके तहत कई लोगों को हिरासत में लिया गया है. जिनसे अलग अलग ठिकानों पर पूछताछ की जा रही है.

इस मॉड्यूल के खुलासे के बाद एनआईए और यूपी एटीएस ने बुधवार को करीब 16 जगहों पर छापेमारी की. जिसके चलते उत्तर प्रदेश के अमरोहा में एक मदरसे से 5 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया. जबकि दिल्ली से 4 लोगों की गिरफ्तारी हुई. पुलिस के मुताबिक आरोपियों के पास 7 ग्रेनेड लॉन्चर, तलवारें भी बरामद हुई हैं.

इस मामले में दिल्ली से मोहम्मद आजम, अनस ज़ुबैर, ज़फ़र, जैद और जुबैर मलिक को पकड़ा गया है. यूपी एटीएस और एनआईए ने देर रात करीब ढाई बजे दिल्ली और यूपी में एक साथ छापेमारी शुरू की थी. पकड़ में आए लोगों से पूछताछ के बाद अब यूपी के मेरठ और हापुड़ में भी छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है.

अखिलेश ने कहा कि फेडरल फ्रंट बनाने के लिए तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर से मुलाकात करेंगे. मध्य प्रदेश में सपा के जीते इकलौते विधायक को मंत्री न बनाए जाने से अखिलेश नाराज हैं. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस का भी धन्यवाद. एमपी में हमारे एक मात्र विधायक को मंत्री नहीं बनाया गया है ऐसे में अब हमारा रास्ता साफ है.

अखिलेश यादव ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन जरूर होगा. बीजेपी को सत्ता से हटाने के लिए सभी दलों को एक साथ आना चाहिए. उन्होंने कहा कि युवा कुम्भ में रोजगार की बात होती तो अच्छा होता. अखिलेश ने कहा कि लखनऊ के लोक भवन में अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा लगाना ठीक है, लेकिन हमारी सरकार आएगी तो हम भी एक मूर्ति लगाएंगे .

केसीआर कांग्रेस को दरकिनार कर अखिलेश यादव और बसपा अध्यक्ष मायावती के साथ गठबंधन की कवायद में जुटे हैं. अब केसीआर के फेडरल फ्रंट को समर्थन देना कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए दूसरा बड़ा झटका माना जा रहा है.

ये कहा जा सकता है कि 1994 की घटनाओं के तार उनके बचपन से ही जुड़ने शुरू हो गए थे. यही वो दौर था जब रवांडा पर बेल्जियम का शासन हुआ और इस ओपनिवेशिक शक्ति ने रवांडा के लोगों को स्पष्ट रूप से बंटे हुए समूहों में बांट दिया. पहचान पत्र जारी करके लोगों को बता दिया गया कि वो हूतू हैं या तुत्सी.

Monday, December 17, 2018

कमलनाथ बने मप्र के 18वें मुख्यमंत्री, किसानों की कर्जमाफी की फाइल पर किए दस्तखत

कमलनाथ ने सोमवार को मध्यप्रदेश के 18वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने दोपहर 2:30 बजे उन्हें शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस के अलावा 10 अन्य दलों के नेता मौजूद रहे। वहीं, 4 पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, बाबूलाल गौर, दिग्विजय सिंह और कैलाश जोशी भी मंच पर मौजूद थे। कमलनाथ ने सीएम बनने के बाद सबसे पहले किसानों की कर्जमाफी की फाइल पर दस्तखत किए।

खुशी के साथ मुझे चिंता और बेचैनी भी: कमलनाथ

कमलनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमने किसानों का कर्ज माफ कर दिया। कन्या विवाह योजना की सहयोग राशि बढ़ा दी है। इसे 28 हजार से बढ़ाकर 51 हजार कर दिया गया है। हम चार गारमेंट पार्क बनाएंगे। जनता को स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार कैसे दे पाएंगे, इस पर तेजी से काम करना है। बहुत सारी योजनाएं ऐसी हैं, जिनका डिलिवरी सिस्टम खराब है और लोगों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। खुशी एक तरफ है सीएम बनने की, लेकिन पहले दिन से ही बहुत काम है। मुझे बेचैनी और चिंता भी है कि हम किस तरह से मध्यप्रदेश के लोगों की आशाओं पर खरा उतरेंगे।

दो लाख रुपए तक का कर्ज माफ
कमलनाथ सरकार के पहले फैसले के तहत उन किसानों को कर्जमाफी का फायदा मिलेगा, जिन्होंने राज्य में स्थित सहकारी या राष्ट्रीयकृत बैंकों से शॉर्ट टर्म लोन लिया है। ऐसे किसानों का 31 मार्च 2018 की स्थिति के अनुसार 2 लाख रुपए तक का कर्ज माफ होगा। इसका फायदा राज्य के 21 लाख किसानों को मिल सकता है। वहीं, राज्य सरकार के खजाने पर 15 हजार करोड़ रुपए का भार आ सकता है। वैसे 30 सितंबर 2018 की स्थिति के मुताबिक राज्य के 40 लाख किसानों का 57 हजार करोड़ रुपए का कृषि ऋण बकाया है।

कमलनाथ-सिंधिया ने थामा शिवराज का हाथ

शपथ ग्रहण से पहले कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शिवराज का हाथ थामा। इससे पहले शिवराज और दिग्विजय सिंह ने कैलाश जोशी के पैर छुए। शिवराज ने राकांपा प्रमुख शरद पवार और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारुक अब्दुल्ला से भी हाथ मिलाया।

राजस्थान के नए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी जयपुर में शपथ लेने के बाद कांग्रेस के अन्य नेताओं के साथ भोपाल पहुंचे। कमलनाथ के शपथ ग्रहण में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, राजीव शुक्ला, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, मंत्री डी शिवकुमार, पुडुचेरी के मुख्यमंत्री नारायणसामी, आनंद शर्मा, राज बब्बर, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र हुड्डा, उनके बेटे और सांसद दीपेंदर हुड्डा, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव, कांतिलाल भूरिया, पंजाब में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू, विवेक तन्खा मौजूद थे।

मंत्रिमंडल में ऐसे हो सकता है क्षेत्रीय संतुलन

कमलनाथ मंत्रिमंडल के गठन में वरिष्ठता, क्षेत्रीय संतुलन और जातिगत समीकरण का ध्यान रखा जा सकता है। उप मुख्यमंत्री को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है। 20 से ज्यादा विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने पर मंथन चल रहा है।

Wednesday, December 5, 2018

जल्द खत्म होगा इंतजार, upprpb.gov.in पर देखें नतीजे

उत्तर प्रदेश पुलिस रिक्रूटमेंट एंड प्रमोशन बोर्ड (UPPRPB) की ओर से आयोजित पीएसी (PAC) डायरेक्ट भर्ती (कांस्टेबल पोस्ट) परीक्षा में हिस्सा लेने वाले उम्मीदवारों को इंतजार जल्द ही खत्म होने वाला है. बताया जा रहा है कि परीक्षा के नतीजे जल्द ही जारी किए जासकते हैं. कई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार परीक्षा के रिजल्ट आज भी जारी हो सकते हैं.

पहले बताया जा रहा था कि परीक्षा के नतीजे 4 दिसंबर को जारी कर दिए जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. हालांकि अब बताया जा रहा है कि परीक्षार्थियों का इंतजार आज खत्म हो सकता है और आज नतीजे जारी किए जा सकते हैं. नतीजे जारी होने के बाद उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट uppbpb.gov.inपर जाकर अपना रिजल्ट देख सकते हैं.

UP Police: फायरमैन के 1679 पदों पर भर्ती, 69,100 रुपये होगा पे-स्केल

वहीं परीक्षार्थियों के लिए कट-ऑफ मार्क्स जारी कर दिए गए हैं. यह लिस्ट अनारक्षित, ओबीसी, एससी-एसटी, पूर्व सैनिक, महिला, स्वतंत्रता सेनानी परिवार के आधार पर जारी की गई है. रिजल्ट का इंतजार कर रहे उम्मीदवारों को वेबसाइट पर नजर रखनी होगी.

UP Police में एक और बंपर भर्ती, हजारों पदों पर मिलेगी JOB

इस रिजल्ट में पास होने वाले उम्मीदवारों को आगे की प्रक्रिया में हिस्सा लेना होगा, जिसमें फिजिकल स्किल टेस्ट और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन आदि शामिल है. लिखित परीक्षा के नतीजे जारी होने के कुछ दिन बाद ही फिजिकल टेस्ट के एडमिट कार्ड भी जारी कर दिए जाएंगे. अपनारिजल्ट देखने के लिए इन स्टेप्स को फॉलो करें.

बता दें कि सोमवार को ही ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लोगों को लंबे संघर्ष के बाद अपना पोस्ट ऑफिस और पिन कोड मिला था. थाना बिसरख रोड पर कल विधिवत रूप से नए पोस्ट ऑफिस का उद्घाटन हुआ. अब ग्रेटर नोएडा वेस्ट का पिन कोड 201318 है और इलाके के लिए अब से यही पिन कोडलागू होगा.

कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि योगी आदित्यनाथ तेलंगाना और राजस्थान में जा कर विष भरा भाषण देते हैं. उन्होंने कहा कि यूपी में कानून-व्यवस्था नाम की चीज नहीं है. भय का माहौल है. ये लोग सरकार चलाने नहीं लोकतंत्र को काबू में करने के लिए सत्ता में आए हैं.

AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि यूपी में गोरक्षा के नाम पर आतंक मचाने वालों की बीजेपी और आरएसएस रक्षा करती है. उन्होंने कहा कि यूपी में जानवरों की जिंदगी की कीमत इंसानों से ज्यादा है, इसलिए वहां पर ऐसी दुर्घटना हुई. अगर इंसान जिंदा रहे तो ही जानवरों को बचा पाएंगे.

Monday, November 19, 2018

उस्ताद राशिद खान के संगीत पर जमकर झूमे लोग

हिंदी भाषा का सबसे बड़ा महोत्सव साहित्य आजतक 2018 का आयोजन तीन दिन तक राजधानी दिल्ली में हुआ. तीनों दिन देश के कई बड़े लेखकों, कवियों, बॉलीवुड हस्तियों ने कई मुद्दों पर अपनी राय रखी. राय शुमारी के अलावा संगीत, शास्त्रीय संगीत, सूफी का तड़का भी लगा.

साहित्य आजतक के तीसरे और अंतिम दिन की शुरुआत बॉलीवुड अभिनेता अन्नू कपूर के साथ हुई तो अंत शास्त्रीय गायक राशिद खान की गायकी से हुआ. पूरेे दिन कई लेखकों ने अपनी बात कही तो शाम होते-होते जावेद अख्तर ने राष्ट्रवाद पर अपनी बात कही.

साहित्य आजतक की हल्लाबोल चौपाल के 'तिवारी की उड़ान' सत्र में दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष और फिल्म अभिनेता मनोज तिवारी ने अपने भोजपुरी अंदाज में लोगों का मन मोह लिया. मनोज तिवारी ने अपने प्रसिद्ध गानों से महफिल में समां बांध दिया.

दस्तक दरबार में मुशायरा

साहित्य आजतक 2018 के तीसरे और आखिरी दिन देश के बड़े शायरों ने अपनी शायरी से लोगों का दिल जीत लिया. साहित्य आजतक पर हुए इस मुशायरे में मशहूर शायर राहत इंदौरी, वसीम बरेलवी, मंजर भोपाली, आलोक श्रीवास्तव, शीन काफ निजाम, डॉ नवाज देवबंदी, डॉ लियाकत जाफरी, तनवीर गाजी शामिल हुए.

साहित्य के अशोक'

साहित्य आजतक में लेखक अशोक वाजपेयी ने 'साहित्य के अशोक' सत्र में हिस्सा लिया और लोकतंत्र की मौजूदा स्थिति और साहित्य पर चर्चा की. इस दौरान उन्होंने अपने जीवन से जुड़े कई किस्से भी बताए. चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को सबसे ज्यादा खतरा अभी है.

अशोक वाजपेयी ने अपनी पहले किताब संग्रह को लेकर बताया, 'पहला कविता संग्रह 'शहर अब भी संभावना है' आने से पहले मैं करीब 200 कविताएं लिख चुका था, लेकिन मैंने अपने पहले संग्रह में करीब 150 कविताओं खारिज कर दी थी और उसमें सिर्फ 50-55 किताबें शामिल की गई थी. इस पुस्तक से एक पुस्तक के रुप में मेरा साहित्य में प्रवेश हुआ.'

दस्तक दरबार मंच पर साहित्य और हम

मशहूर लेखक और शायर जावेद अख्तर साहित्य आजतक के मंच पर दर्शकों से रूबरू हुए. उन्होंने यहां अपनी मशहूर पंक्तियों, शायरी को लोगों को सुनाया और सभी का मन मोह लिया. जावेद अख्तर ने सुनाया...''मुझे ऐसा लगता है कि किसी ने साजिश रची है.''

जावेद अख्तर ने कहा कि देश में ऐसा कोई नहीं हो सकता जिसे अपने मुल्क से प्यार ना हो, ये सब प्राकृतिक है. हर व्यक्ति को अपने शहर से प्यार होता है, हर किसी को देश से प्यार होता है लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि मैं किसी से नफरत करता हूं. हमारे सभ्यता में रहा है कि असहमत होना पाप नहीं है.

जावेद अख्तर बोले कि हर किसी को देश का छोटा सा हिस्सा दिया गया है, उस व्यक्ति के पास अपनी गली है मोहल्ला है लेकिन क्या वह अपनी उस जगह से प्यार करता है. बात देश से प्यार करने की हो रही है. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में अलग विचार होना जरूरी है, अगर एक विचार हो तो दिक्कत है. जो लोग देश को हिट करना चाहते हैं वो कम्युनल नहीं होंगे.

मशहूर शायर जावेद अख्तर ने कहा कि मुझे अपने देश प्रेम पर इतना भरोसा है कि मुझे परवाह नहीं है कि कोई मेरे बारे में क्या कहेगा. हमें किसी का डर नहीं है, पाकिस्तान में हम जाकर नहीं डरे. उन्होंने कहा कि कम्युनल मुसलमानों को सेक्यूलर हिंदू बुरे लगते हैं. उन्होंने कहा कि हिंदुत्व नया-नया खतरे में आया है, इस्लाम तो बरसों से खतरे में है. हिंदुत्व पर खतरा आए दो-तीन साल ही हुए हैं.

Tuesday, November 6, 2018

राफेल के लिए 30 हजार करोड़ की ऑफसेट डील के लिए दावेदार ही नहीं थी

रक्षा क्षेत्र की सरकारी कंपनी HAL के नए चीफ आर माधवन का कहना है कि कंपनी का काम एयरक्राफ्ट बनाना है, कंपनी ऑफसेट बिजनस में नहीं है। उन्होंने बताया कि टेक्नॉलजी ट्रांसफर और प्रॉडक्शन, ऑफसेट से बिल्कुल अलग काम है। माधवन ने HAL को राजनीति से दूर रखने की अपील की।

मनु पब्बी, नई दिल्ली
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के नए चीफ आर माधवन ने कंपनी को राफेल डील से जुड़ी राजनीति से दूर रहने को कहा है। विपक्ष ने इसे लेकर सरकार पर ऑफसेट कॉन्ट्रैक्ट में एचएएल की अनदेखी का आरोप लगाया है। सितंबर में एचएएल का चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर बनने के बाद पहले मीडिया इंटरव्यू में माधवन ने कहा कि कंपनी ऑफसेट बिजनस में नहीं है। वह राफेल डील के तहत 30 हजार करोड़ के ऑफसेट कॉन्ट्रैक्ट की दावेदार भी नहीं थी।

उन्होंने बताया कि एचएएल ने अपने एंप्लॉयीज से कहा है कि वे इस मामले में किसी भी राजनीतिक पार्टी से न जुड़ें। माधवन ने कहा कि अगर एंप्लॉयीज इस मामले में किसी पार्टी के साथ जुड़ेंगे तो इससे कंपनी की छवि पर बुरा असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कंपनी की यूनियंस इस बारे में अपना रुख साफ कर चुकी हैं। उन्होंने कहा है कि वे इस मामले में किसी भी पार्टी की तरफ नहीं हैं।

माधवन ने कहा कि एचएएल का काम एयरक्राफ्ट बनाना है। कंपनी ऑफसेट बिजनस में नहीं है। उन्होंने बताया कि टेक्नॉलजी ट्रांसफर और प्रॉडक्शन, ऑफसेट से बिल्कुल अलग काम है। माधवन ने यह भी कहा कि अलग-अलग प्रोग्राम में एचएएल के पास कुछ ऑफसेट बिजनस आ सकता है, लेकिन कंपनी बुनियादी तौर पर ऑफसेट पार्टनर नहीं है।

माधवन ने बताया कि कंपनी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) के प्रॉडक्शन की क्षमता बढ़ा रही है और वह इनके अधिक ऑर्डर मिलने पर उन्हें पूरा करने के लिए तैयार रहना चाहती है। माधवन को भारतीय लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट के निर्यात की अच्छी संभावना दिख रही है। कंपनी ने प्राइवेट सेक्टर की लार्सन ऐंड टुब्रो, वीईएम टेक्नॉलजीज, अल्फा डिजाइन और डायनेमेटिक्स के साथ पार्टनरशिप की है। ये कंपनियां एलसीए का पूरा स्ट्रक्चर तैयार करेंगी। एचएएल की भूमिका इसमें फाइनल इंटीग्रेशन में होगी। माधवन ने बताया कि कंपनी डिजाइन, इंटीग्रेशन, फ्लाइट टेस्टिंग और सपॉर्ट पर फोकस करना चाहती है।

उन्होंने एचएएल को सक्षम कंपनी बताया। माधवन ने कहा कि भारतीय वायुसेना जिन विमानों का इस्तेमाल करती है, उनमें से 75 पर्सेंट की देखरेख का काम एचएएल करती है। माधवन ने कहा कि किसी भी टेक्निकल एरिया में एचएएल की योग्यता पर संदेह नहीं किया जा सकता। उनका कहना है कि भारत में 110 लड़ाकू विमान बनाने के टेंडर में कंपनी की अहम भूमिका होगी। इसमें प्राइवेट सेक्टर फ्रंटएंड रोल में होगा। इस मेक इन इंडिया प्रॉजेक्ट के लिए एचएएल ने महिंद्रा डिफेंस सिस्टम्स और बोइंग के साथ पार्टनरशिप की घोषणा की है। माधवन ने बताया कि हमने पार्टनरशिप की है, लेकिन सब कुछ बोइंग को ऑर्डर मिलने पर निर्भर करता है। अगर उसे ऑर्डर मिलता है तो हम एक्सक्लूसिव पार्टनर होंगे। 

Thursday, October 18, 2018

मोहन भागवत का बड़ा बयान, कहा- राम मंदिर के लिए कानून लाए सरकार

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने पिछले दिनों में अपनी छवि बदलने की कोशिश की है. हाल ही में संघ की ओर से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें संघ प्रमुख मोहन भागवत ने लोगों के सवालों के जवाब दिए थे.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के विजयादशमी उत्सव के मौके पर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने राम मंदिर निर्माण को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि किसी भी रास्ते से राम मंदिर का निर्माण जरूर होना चाहिए, इसके लिए सरकार को कानून लाना चाहिए. बता दें कि गुरुवार को नागपुर में संघ की ओर से विजयादशमी उत्सव मनाया गया, इस कार्यक्रम में नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि भारत अगर पंचामृत के मंत्र पर आगे बढ़ेगा तो एक बार फिर विश्वगुरू बन सकता है. एक भयानक आंधी बाबर के रूप में आई और उसने हमारे देश के हिंदू-मुसलमानों को नहीं बख्शा. उसके नीचे समाज रौंदा जाने लगा.

राम मंदिर के मुद्दे पर दिया बड़ा बयान

संघ प्रमुख ने कहा कि राम सिर्फ हिंदुओं के नहीं हैं, बल्कि पूरे देश के हैं. किसी भी मार्ग से बने लेकिन उनका मंदिर बनना चाहिए. सरकार को इसके लिए कानून लाना चाहिए. अगर राम मंदिर बनता है तो देश में सद्भावना का माहौल बनेगा. उन्होंने कहा कि लोग कहते हैं कि इनकी सत्ता है फिर भी मंदिर क्यों नहीं बना, वोटर सिर्फ एक ही दिन का राजा रहता है. मतदाता को सोच विचार कर अपने वोट का इस्तेमाल करना चाहिए, वरना एक दिन के कारण 5 साल तक भुगतना पड़ता है.

सबरीमाला के मुद्दे पर भी बोले

सबरीमाला के मुद्दे पर मोहन भागवत ने कहा कि सबरीमाला के निर्णय का उद्देश्य स्त्री-पुरुष समानता का था, लेकिन क्या हुआ. इतने वर्षों से परंपरा चल रही है वह टूट गई, जिन्होंने याचिका डाली वो कभी मंदिर नहीं गए, जो महिलाएं आंदोलन कर रही हैं वो आस्था को मानती हैं. धर्म के मुद्दे पर धर्माचार्यों से बात होनी चाहिए, वो बदलाव की बात को समझते हैं.

संघ प्रमुख ने कहा कि ये परंपरा है, उसके पीछे कई कारण होते हैं. कोर्ट के फैसले से वहां पर असंतोष पैदा हो गया है. महिलाएं ही इस परंपरा को मानती हैं लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई.

हमारा कोई शत्रु नहीं, लेकिन हम किसी के शत्रु हो सकते हैं

भागवत ने कहा कि हमारे देश में राजनीति को लेकर कई प्रयोग हुए. महात्मा गांधी ने सत्य और अहिंसा के आधार पर राजनीति की कल्पना की. इसी नैतिक बल के कारण ही देश अंग्रेजों के खिलाफ एकजुट हुआ. उन्होंने कहा कि हम किसी की शत्रुता नहीं करते हैं, लेकिन दुनिया में हमारी शत्रुता करने वाले लोग हैं. इसलिए उनके लिए कुछ तो करना पड़ेगा.

पाकिस्तान में कुछ नहीं बदला

मोहन भागवत ने कहा कि पाकिस्तान में सत्ता परिवर्तन हुआ लेकिन उसकी हरकतों में कोई अंतर नहीं आया. हमें इतना बलवान होना पड़ेगा ताकि कोई हमारे ऊपर आक्रमण करने की हिम्मत ना कर पाए. हाल के वर्षों में दुनिया में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है. उन्होंने कहा कि हमने अपना देश सरकार को नहीं सौंपा है, देश हमारा ही है. सरकार सबकुछ नहीं करती है, उसे कुछ कामों की गति बढ़ानी चाहिए.

बिना नाम लिए चीन को भी घेरा

RSS प्रमुख ने कहा कि पश्चिम बंगाल से लेकर हिंद महासागर तक कई द्वीप ऐसे हैं, जो सामरिक दृष्टि से काफी अहम हैं. उन सभी की नाकाबंदी होनी चाहिए. दुनिया में ऐसे कई देश हैं जो भारत को आगे नहीं बढ़ने देना चाहते हैं. इस दौरान उन्होंने बिना नाम लेते हुए चीन पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कुछ शक्तियां मालदीव, श्रीलंका को अपनी तरफ करने की कोशिश कर रही हैं.

घर में ही बने सुरक्षा के सामान

उन्होंने कहा कि कई तरह के सुरक्षा त्पादनों की खरीदीउ व्यापारिक दांवपेंच का हिस्सा होता है, अब ये जो लेन-देन के तरीके को बंद ना करें. बल्कि उसे इस तरह चलाएं कि अपनी सुरक्षा के लिए किसी पर निर्भर ना रहें. हमें अपने देश में ही सुरक्षा से जुड़ी चीजों को बनाना चाहिए.

देश को अंदर से खोखला करना चाहती हैं कुछ शक्तियां

मोहन भागवत बोले कि अभी देश में कई तरह की चिंताएं है इस बीच ही कुछ शक्तियां देश को अंदर से ही खोखला करना चाहती हैं. कुछ कारणों से अपने ही देश के लोग भी इन शक्तियों के साथ खड़े हो जाते हैं, इन कारणों को दूर करने की जरूरत है. देश में पुलिस की हालत जैसी होनी चाहिए वैसी नहीं है. पुलिस बल में सुधार के लिए प्रस्तावों की बातें अभी तक फाइलों में धूल खा रही हैं.

टुकड़े गैंग पर वार

संघ प्रमुख ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में छोटी-छोटी बातों को लेकर आंदोलन हुए जिन्हें बड़ा बना दिया गया. लेकिन जो भारत तेरे टुकड़े होंगे के नारे लगाते हैं, जो आतंकवादियों से संबंध रखते हैं वो भी इस आंदोलन में दिखते हैं. इसका राजनीतिक लाभ भी लिया जा रहा है. इसका कंटेंट पाकिस्तान और इटली में बैठे लोगों की तरफ से आ रहा है. आजकल अर्बन माओवादी की बात सामने आई है, माओवाद हमेशा अर्बन ही रहा है. कुछ लोग बंदूक के दम पर सत्ता को हथियाना चाहते हैं.

इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री और पूर्व बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी, मशहूर गायक उस्ताद रशीद खान भी मौजूद हैं. बता दें कि विजयादशमी के अवसर पर हर साल संघ मुख्यालय में पथ संचलन का आयोजित किया जाता है. इस कार्यक्रम में RSS आने वाले साल के लिए अपना एजेंडा दुनिया के सामने रखता है. बता दें कि उस्ताद रशीद खान भारतीय शास्त्रीय संगीत के कलाकार हैं.
कैलाश ने दिया पंचामृत का मंत्र

नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने इस कार्यक्रम में कहा कि इस कार्यक्रम में मुझे बुलाकर आज संघ ने छोटे बच्चों की तरफ हाथ बढ़ाया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि आज से करीब 35 साल पहले जब वह एक मैगजीन में काम कर रहे थे, तब एक छोटी बच्ची को बेचा जा रहा था और उस घटना ने उनके विचारों को बदल दिया.

सत्यार्थी बोले कि इस दौरान दुनिया में बच्चों के अच्छा माहौल नहीं है, लेकिन हमारे देश में हमेशा बच्चों में भगवान के रूप में देखा जाता है. भारत में लगातार बच्चों के मुद्दों को लेकर तरक्की हुई है, हमारे यहां बाल मजदूरी की संख्या में कमी आ रही है. इस दौरान उन्होंने कहा कि देश को आगे ले जाने के लिए जिस पंचामृत जरूरी है, वह है संवेदनशील, समावेशी, सुरक्षित, स्वावलंबी, स्वाभिमानी भारत.
विजयादशमी क्यों है खास?

आपको बता दें कि 1925 की विजयादशमी के दिन ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना की गई थी. तभी से हर विजयादशमी के अवसर पर इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. संघ इसे विजय दिवस के रूप में मनाता है. हाल ही के दिनों RSS के कार्यक्रमों में कई ऐसे अतिथि आए हैं जो चर्चा का विषय बने हैं. पहले पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, फिर रतन टाटा और अब कैलाश सत्यार्थी.


कौन हैं कैलाश सत्यार्थी?

कैलाश सत्यार्थी बचपन बचाओ आंदोलन के संस्थापक हैं, जो बालश्रम को खत्म करने और बच्चों के पुनर्वास के लिए काम करता है. उन्हें इस सामाजिक कार्य के लिए साल 2014 में नोबेल शांति पुरस्कार मिल चुका है.