Wednesday, December 26, 2018

ISIS कनेक्शन? NIA ने सरगना 'हाफिज' को किया गिरफ्तार

राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने ISIS के मॉड्यूल पर आधारित 'हरकत उल हर्ब ए इस्लाम' संगठन से जुडे यूपी के अमरोहा से पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है. जिनमें सोहेल नामक एक युवक भी शामिल है. सोहेल उर्फ हाफिज को ही इस मॉड्यूल का कथित सरगना बताया जा रहा है. एनआईए से मिली जानकारी के मुताबिक इस संगठन के तमाम लोग सोशल मीडिया के जरिए संपर्क में रहा करते थे.

अमरोहा से गिरफ्तार किए गए सोहेल के पिता ने जानकारी देते हुए बताया कि सुबह के करीब साढ़े 4 बजे थे. तभी अचानक सादा कपड़ों में एक दर्जन से ज्यादा लोग उनके घर में घुस आए और तलाशी लेने की बात करने लगे. हालांकि, उन लोगों ने ये नहीं बताया कि वो कौन थे. सोहेल के पिता के मुताबिक वे सभी लोग करीब 5-6 घंटे तक उनके घर में मौजूद रहे. उन्होंने सघन तलाशी ली. मगर उन्हें वहां से कुछ नहीं मिला.

दरअसल, एनआईए ने ISIS के मॉड्यूल पर आधारित 'हरकत उल हर्ब ए इस्लाम' संगठन का पर्दाफाश किया है. एजेंसी की मानें तो यह संगठन दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में सक्रिय था. यूपी एटीएस और एनआईए टीम ने इस मामले में एक दर्जन से ज्यादा जगहों पर छापेमारी की है. जिसके तहत कई लोगों को हिरासत में लिया गया है. जिनसे अलग अलग ठिकानों पर पूछताछ की जा रही है.

इस मॉड्यूल के खुलासे के बाद एनआईए और यूपी एटीएस ने बुधवार को करीब 16 जगहों पर छापेमारी की. जिसके चलते उत्तर प्रदेश के अमरोहा में एक मदरसे से 5 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया. जबकि दिल्ली से 4 लोगों की गिरफ्तारी हुई. पुलिस के मुताबिक आरोपियों के पास 7 ग्रेनेड लॉन्चर, तलवारें भी बरामद हुई हैं.

इस मामले में दिल्ली से मोहम्मद आजम, अनस ज़ुबैर, ज़फ़र, जैद और जुबैर मलिक को पकड़ा गया है. यूपी एटीएस और एनआईए ने देर रात करीब ढाई बजे दिल्ली और यूपी में एक साथ छापेमारी शुरू की थी. पकड़ में आए लोगों से पूछताछ के बाद अब यूपी के मेरठ और हापुड़ में भी छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है.

अखिलेश ने कहा कि फेडरल फ्रंट बनाने के लिए तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर से मुलाकात करेंगे. मध्य प्रदेश में सपा के जीते इकलौते विधायक को मंत्री न बनाए जाने से अखिलेश नाराज हैं. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस का भी धन्यवाद. एमपी में हमारे एक मात्र विधायक को मंत्री नहीं बनाया गया है ऐसे में अब हमारा रास्ता साफ है.

अखिलेश यादव ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन जरूर होगा. बीजेपी को सत्ता से हटाने के लिए सभी दलों को एक साथ आना चाहिए. उन्होंने कहा कि युवा कुम्भ में रोजगार की बात होती तो अच्छा होता. अखिलेश ने कहा कि लखनऊ के लोक भवन में अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा लगाना ठीक है, लेकिन हमारी सरकार आएगी तो हम भी एक मूर्ति लगाएंगे .

केसीआर कांग्रेस को दरकिनार कर अखिलेश यादव और बसपा अध्यक्ष मायावती के साथ गठबंधन की कवायद में जुटे हैं. अब केसीआर के फेडरल फ्रंट को समर्थन देना कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए दूसरा बड़ा झटका माना जा रहा है.

ये कहा जा सकता है कि 1994 की घटनाओं के तार उनके बचपन से ही जुड़ने शुरू हो गए थे. यही वो दौर था जब रवांडा पर बेल्जियम का शासन हुआ और इस ओपनिवेशिक शक्ति ने रवांडा के लोगों को स्पष्ट रूप से बंटे हुए समूहों में बांट दिया. पहचान पत्र जारी करके लोगों को बता दिया गया कि वो हूतू हैं या तुत्सी.

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